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Sports Quota Jobs: सरकारी नौकरी में स्पोर्ट्स कोटे से चयन प्रक्रिया और नियम क्या हैं? सभी जानें कैसे मिलती हैं स्पोर्ट्स कोटे से सरकारी नौकरी।

Sports Quota Jobs : आजकल सिर्फ पढ़ाई के भरोसे रहने वालों के मुकाबले खेलने-कूदने वालों को सरकारी नौकरी आसानी से मिल जाती है. लेकिन काफी लोग खेल कोटे के बारे में नहीं जानते. आज हम बता रहे हैं खेल कोटे से नौकरी पाने के नियम. आप भी खेल कोटे से इस तरह नौकरी पा सकते हैं.
Sports Quota Jobs : कुछ दशक पहले तक कहा जाता था कि पढ़ोगे-लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलोगे-कूदोगे तो होगे खराब. लेकिन खेलने-कूदने वाले काफी पैसे कमा रहे हैं. साथ ही उन्हें सरकारी नौकरियां मिलना भी आसान है. सरकारी नौकरियों की भर्ती में खेल कोटा होता है. जिसके अंतर्गत यूनिवर्सिटी लेवल से लेकर राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक के खिलाड़ियों की सरकारी पदों पर भर्तियां की जाती हैं. इसका अच्छा उदाहरण भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी हैं. उन्हें रेलवे में जॉब खेल कोटे से ही मिली थी.
किन सरकारी विभागों में मिलती है सरकारी नौकरी

यूनिवर्सिटी लेवल, राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को रेलवे, आर्मी, अर्धसैनिक बलों, पुलिस, बैंक, यूनिवर्सिटी सहित विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरियां मिलती हैं. खेल कोटे से होने वाली भर्ती में खिलाड़ियों को कई प्रकार की छूट मिलती है.

स्पोर्ट्स कोटा में आते हैं कौन-कौन से खेल
खेल कोटा नौकरियों के लिए शैक्षिक योग्यता

खेल कोटे से सरकारी नौकरी पाने के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 10वीं और इंटरमीडिएट पास है. हालांकि खेल कोटज्ञ की नौकरियों के लिए सभी सरकारी विभगों के अलग-अलग चयन मानदंड हैं. जिन्हें पूरा करना जरूरी होता है. इसके अलावा खेल कोटा में नौकरी के लि अलग-अलग ग्रेड पे के अनुसार भी अलग-अलग योग्यता मापदंड का प्रावधान है. इसके कुछ बेसिक नियम इस प्रकार हैं-

-खिलाड़ी को राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में राज्य या देश का प्रतिधित्व किया होना चाहिए.
-खिलाड़ी को इंटर-यूनिवर्सिटी खेल बोर्ड द्वारा आयोजित इंटर-यूनिवर्सिटी टूर्नामेंट में अपनी यूनिवर्सिटी का प्रतिनिधित्व किया होना चाहिए.
-खिलाड़ी को ऑल इंडिया स्कूल गेम्स फेडरेशन द्वारा स्कूलों के लिए आयोजित राष्ट्रीय खेल/खेलों में राज्य स्कूल टीम का प्रतिनिधित्व किया होना चाहिए.
-वह खिलाड़ी जिसे नेशनल फिजिकल एफिसिएंसी ड्राइव में नेशनल फिजिकल एफिसिएंसी अवार्ड मिला हो.

खेल कोटे के तहत सरकारी पदों पर भर्ती प्रक्रिया

खेल कोटे के तहत सरकारी पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा/स्पोर्ट्स ट्रायल/मेडिकल टेस्ट और फिर इंटरव्यू के आधार पर किया जाता है. स्पोर्ट्स पर्सन की भती के लिए वरीयता क्रम इस प्रकार होता है-

-स्पोर्ट्स कोटा भर्ती में पहली प्राथमिकता उन खिलाड़ियों को दी जाती है जिन्होंने युवा मामले एवं खेल विभाग की मंजूरी के साथ अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व किया होता है.
-दूसरी प्राथमिकता उन खिलाड़ियों को दी जाती है जिन्होंने किसी राज्य/केंद्र शासित प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया हो. युवा मामले एवं खेल विभाग द्वारा मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय खेल महासंघों द्वारा आयोजित सीनियर या जूनियर स्तर की राष्ट्रीय चैंपियनशिप या भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा आयोजित राष्ट्रीय खेलों में कम से कम तीसरे स्थान पर रहे हों या मेडल जीते हों.

-तीसरे नंबर पर उन खिलाड़ियों को वरीयता मिलती है जो एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज/इंटर यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स बोर्ड द्वारा आयोजित इंटर-यूनिवर्सिटी टूर्नामेंट में किसी यूनिवर्सिटी का प्रतिनिधित्व किया हो और फाइनल में कम से कम तीसरा स्थान हासिल किया हो.
-सरकारी पदों पर भर्ती में चौथे स्थान पर उन खिलाड़ियों को वरीयता मिलती है जिन्होंने ऑल इंडिया स्कूल गेम्स फेडरेशन द्वारा आयोजित नेशनल स्पोर्ट्स/गेम्स फॉर स्कूल में स्टेट स्कूल्स का प्रतिनिधित्व करने के साथ कोई मेडल जीता हुआ हो.
-सबसे कम वरीयता उन खिलाड़ियों को दी जाती है जिन्होंने नेशनल फिजिकल एफिसिएंसी ड्राइव में फिजिकल एफिसिएंसी के लिए नेशनल अवार्ड जीता हो या स्टेट/केंद्र शासित प्रदेश/यूनिवर्सिटी/स्टेट स्कूल टीम का प्रतिनिधित्व किया हो.

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